साइबर अपराध और साइबर ठगी की ओर जागरूक करने के लिए कोमल चौहान का प्रयास
पिछले कुछ सालों से साइबर अपराध इस कदर बढ़ा है की ये बेहद ही चिंतनीय स्थिति है, भोले भाले और टेक्नोलॉजी के इस दुरूपयोग से अनजान लोग इसके शिकार होते जा रहे हैं। इसका प्रमुख कारण है की साइबर अपराधी नित नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं एक तरफ जहाँ साइबर ठग टेक्नोलॉजी का अच्छे से इस्तिमाल कर क्राइम को अंजाम देते हैं, जो लोग इनके शिकार होते हैं उनको पता ही नहीं चल पाता की कब वो इन साइबर क्रिमिनल्स के चंगुल में फस गए और कैसे उससे बहार निकलना है, या कहाँ इसकी शिकायत करनी है।
इसी उद्देश्य को ले कर एस्प्कॉम ऐक्सिल फाउंडेशन ना सिर्फ कार्यशाला और जागरूकता अभियान भी चला रही है, बल्कि मई-जून में एक शार्ट मूवी का शूट भी शुरु करने जा रही है, जिसके निर्देशक आशु गौड़ हैंयह फिल्म मथुरा में ही शूट की जायेगी और इसको एस्प्कॉम ऐक्सिल फिल्म्स और एस्प्कॉम ऐक्सिल फाउंडेशन प्रस्तुत करेगी।
फिल्म का उद्देश्य एक सस्पेंस-थ्रिलर के रूप में ये दिखाना होगा की कैसे एक साइबरअपराधी के लिए किसी को शिकार बनाना एक खेल जैसा होता है और हमारे जीवन के हर पहलु में टेक्नोलॉजी होने की वजह से हमारी प्राइवेसी या सुरक्षित होना एक मिथ्या के सामान नज़र आता है, हाँ इसका एक मात्र समाधान है जागरूक रहना और सचेत रहना।
याद रहे, “जागरुकता ही बचाव है”
फिल्म की कहानी और स्क्रीन-प्ले भी आशु गौर ने लिखा है और इसकी निर्माता हैं कोमल चौहान जो एस्प्कॉम ऐक्सिल फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं| अन्य कलाकार के साथ इस फिल्म की टीम में गौरव शर्मा, मनु तिवारी (प्रदेश अध्यक्ष) तुलसी कृष्ण वार्ष्णेय का भी अतुल्य योगदान है।फिल्म का पोस्टर 1 मई को रिलीज़ किया जाएगा और ट्रेलर भी मई के अंत तक रिलीज़ होगा।